भगवान की स्मृतियों को समेटे राम नगरी में वैसे तो कई दर्शनीय स्थल हैं, लेकिन गुप्तार घाट की अपनी अलग ही विशेषता है
धार्मिक ही नहीं पर्यटन के नजरिये से भी महत्वपूर्ण है अयोध्या का गुप्तार घाट
अयोध्या :- सरयू नदी के पूर्वी तट पर बसी प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या प्राचीन काल के अवशेषों से भरी पड़ी है.अयोध्या का जिक्र आते ही आपके दिमाग में राम नगरी के पौराणिक स्थल की तस्वीरें दिल और दिमाग में बैठ जाएंगी जहां भगवान राम बाल लीलाएं किया करते थे.भगवान राम की स्मृतियों को समेटे राम नगरी में आज हम आपको एक ऐसे प्राचीन स्थल के बारे में आपको अवगत कराएंगे जिसका नाम गुप्तार घाट है.पौराणिक मान्यता है कि भगवान राम इसी घाट से अपने परमधाम गए थे. हालांकि रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताते हैं कि पहले इस घाट का नाम गो प्रतारण घाट था जहां गाय नदी को पार करती थीं .11 हजार वर्षों तक राज्य करने के बाद जब भगवान राम को परमधाम जाना था तो वह इसी घाट पर पहुंचे और अपने परमधाम चले गए.
जानिए इस घाट का नाम क्यों पड़ा गुप्तार घाट
आचार्य सत्येंद्र दास बताते हैं कि अयोध्या के महत्वपूर्ण घाटों में गुप्तार घाट का महत्वपूर्ण स्थान है.भगवान राम जब परमधाम जाने लगे तो वह इसी घाट पर आए थे और अपने शरीर को गुप्त कर लिए था इसीलिए यह घाट को गुप्तार घाट के नाम से जाना जाता है.
जानिए क्या है इसकी मान्यता
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताते हैं कि इस घाट पर दर्शन करने से व स्नान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है.साथ ही जो श्रद्धालु अपनी मन्नत को मांग कर यहां दर्शन करने आते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
जानिए अयोध्या में कहां है गुप्तार घाट
मुख्यालय से करीब 140 किलोमीटर दूर दक्षिण-पूर्व में स्थित राम की नगरी अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा से लगभग 5 किलोमीटर पर गुप्तार घाट स्थित है जहां भगवान राम गुप्त हुए थे.
गुप्तार घाट अयोध्या कैसे पंहुचा जाये – How To Reach Guptar Ghat Ayodhya In Hindi
अगर आप अयोध्या जाने की योजना बना रहें हैं तो बता दें कि अयोध्या सीधे मार्ग से देश के प्रमुख शहरों से काफी कम जुड़ा है। लेकिन आप अगर उत्तर प्रदेश में हैं तो आसानी से अयोध्या की यात्रा कर सकते हैं। अयोध्या में अपना हवाई अड्डा है। यहां पर रेलवे स्टेशन उपलब्ध है साथ ही उत्तर प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों से अयोध्या के लिए बसें भी आसानी से उपलब्ध हैं।
रेल से कैसे पहुंचें :
अयोध्या और फ़ैजाबाद जिले के प्रमुख रेलवे स्थल हैं और लगभग सभी प्रमुख शहरों और गाँवों से अच्छे से जुड़े हुए हैं। रेल मार्ग से फ़ैजाबाद लखनऊ से 128 किलोमीटर, गोरखपुर से 171 किलोमीटर, प्रयागराज से 157 किलोमीटर और वाराणसी से 196 किलोमीटर की दूरी पर है। रेल मार्ग से अयोध्या लखनऊ से 135 किलोमीटर, गोरखपुर से 164 किलोमीटर, प्रयागराज से 164 किलोमीटर और वाराणसी से 189 किलोमीटर की दूरी पर है।
सड़क से कैसे पहुंचें :
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें दिनभर उपलब्ध हैं, और यहां से सभी स्थानों पर पहुंचना बहुत आसान है। सड़क मार्ग से फ़ैजाबाद लखनऊ से 152 किलोमीटर, गोरखपुर से 158 किलोमीटर, प्रयागराज से 172 किलोमीटर और वाराणसी से 224 किलोमीटर की दूरी पर है। सड़क मार्ग से अयोध्या लखनऊ से 172 किलोमीटर की दूरी पर है।
फ्लाइट से कैसे पहुंचे :
लखनऊ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा यहां से सबसे नजदीकी है जो कि अयोध्या से 152 किलोमीटर दूर है। अयोध्या गोरखपुर हवाई अड्डा से लगभग 158 किलोमीटर, प्रयागराज हवाई अड्डा से 172 किलोमीटर और वाराणसी हवाई अड्डा से 224 किलोमीटर की दूरी पर है।
गुप्तार घाट का नक्शा – Guptar Ghat Map In Hindi
गुप्तार घाट के आसपास घूमने लायक प्रसिद्ध मंदिर और पर्यटक स्थल – Famous Temples And Tourist Places To Visit Around Guptar Ghat In Hindi
यदि आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ अयोध्या के पवित्र धार्मिक स्थल गुप्तार घाट घूमने जा रहे है, तो आपकी जानकरी के लिए बता दे अयोध्या में गुप्तार घाट के अलावा भी अन्य प्रसिद्ध मंदिर और लोकप्रिय स्थल मौजूद है, जिन्हें आप अपनी अयोध्या की यात्रा के लिए अपने पर्यटक स्थलों के सूची में शामिल कर सकते है जो वास्तव में देखने लायक है –
गुप्तार घाट के पास ही राजकीय उद्यान और अन्य प्राचीन मन्दिर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है
- कम्पनी गार्डन
- मिलिट्री मन्दिर
- रामजन्म भूमि
- सीता की रसोई
- हनुमान गढ़ी मंदिर
- त्रेता के ठाकुर
- मोती महल
- गुलाब बारी
- राज द्वार मंदिर
- कनक भवन
- तुलसी स्मारक भवन संग्रहालय
- नागेश्वरनाथ मंदिर
- दशरथ भवन
- गुप्तार घाट
- बहू बेगम की समाधि